मंगलवार, 5 नवंबर 2019

दर्शन आरती और श्रद्धालुओं के साथ रशीद के अलावा कोई पुजारी पुरोहित अलग से रुपए मांगता तो होगी कार्रवाई


जगदीश परमार 
उज्जैन । महाकाल मंदिर में अब 1500 रुपए की रसीद पर श्रद्धालु पुजारी-पुरोहित के साथ महाकाल ज्योतिर्लिंग पर जल अर्पण कर सकेंगे। ये जानकारी सहायक प्रशासनिक अधिकारी (जनसंपर्क शाखा) की ओर से प्रेसनोट जारी कर दी गई। प्रेसनोट में ये जिक्र भी है कि कतिपय अखबार ने गलत खबर छापी।
 प्रेसनोट से मिली जानकारी के मुताबिक श्री महाकालेश्‍वर मंदिर में गर्भगृह में प्रवेश बंद के दौरान रू.1500 की रसीद से दो श्रद्धालु श्री महाकालेश्‍वर भगवान का अभिषेक-पूजन कर सकते है। कतिपय समाचार पत्र द्वारा यह बताया गया कि, रू.1500 की रसीद से दर्शनार्थी गर्भगृह में जाकर बगैर पुजारी के जलाभिषेक कर सकेंगे।
      वस्‍तु‍स्थिति यह है कि श्री महाकालेश्‍वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा बैठक में लिये गये निर्णय  अनुसार रू.1700 की रसीद को (रू.1500 + 200 दान राशि) को कम किया जाकर रू.1500 की रसीद से दो दर्शनार्थी बाहरी दर्शन व्‍यवस्‍था के अंतर्गत नियत समय प्रात: 8 से 10 व दोपहर 02 से शाम 4 बजे में पुजारी- पुरोहित के साथ निर्धारित ड्रेसकोड में गर्भगृह में प्रवेश कर जल अपर्ण कर सकेंगे। इस व्‍यवस्‍था से जहाँ दर्शनार्थियों को जल अर्पण का विकल्‍प उपलब्‍ध रहेगा वहीं राशि में भी 200 की कमी होगी। ज्ञातव्‍य है कि रू.1500 की जल अर्पण रसीद में पुजारी-पुरोहित की दक्षिणा शामिल है व दर्शनार्थी यजमान को अलग से दक्षिणा देय नहीं है।
      श्री महाकालेश्‍वर मंदिर प्रबंध समिति में हुए निर्णयानुसार इस रसीद का 50 प्रतिशत मंदिर प्रबंध समिति व 50 प्रतिशत पुजारी-पुरोहितों को दक्षिणा के रूप में प्राप्‍त होगा। पूर्व में रूपये 1500 की रसीद पर 75 प्रतिशत पुजारी-पुरोहितों व 25 प्रतिशत मंदिर प्रबंध समिति को मिलता था।
महाकाल प्रशासन द्वारा बताया गया महाकाल मंदिर समिति के द्वारा जो नियम बनाए गए उस नियम के विरुद्ध यदि किसी दर्शन आरती और श्रद्धालुओं रसीद के अलावा रुपए लेते हैं तो पुजारी पुरोहित पर मंदिर समिति की तरफ से कार्यवाही की जाएगी । 


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