आज कोरोना को लेकर सब ओर लोग डरे हुए हैं. डरने की एक बड़ी बजह में स्वास्थ्य कर्मी अस्पतालों में कोरोना संक्रमितों के संपर्क में आकर न केवल खुद भी संक्रमित हो रहे हैं, बल्कि जान भी गँवा रहे हैं. ऐसे में अस्पतालों की तरफ तो कोई देखने में भी डर रहा है, वहीं ऐसी स्थिति में भी अदम्भय साहस का परिचय देते हुए भोपाल के पत्रकार मनोज सक्सेना ने अस्पताल जाकर रक्तदान किया और वे भी 'कोरोना योद्धा 'हैं , साबित किया. 
कोरोना काल में मरीजों के लिए रक्त की कमी एक बड़ी समस्या होती है, ऐसे में पत्रकार मनोज सक्सेना ने आज इंडियन रेड क्रॉस सोसायटी रक्तकोष, भोपाल में रक्तदान किया और भोपाल वासियों से अपील की, कि ज्यादा से ज्यादा रक्तदान करें और कोरोना वायरस से लड़ने के भागीदार बनें ।
उन्होंने कहा देश के लिये कुछ करने का जज़्बा हो तो कुछ भी मुश्किल नहीं. यदि हम अस्पतालों से दूरी बनाने लग जायेंगे तो कैसे काम चलेगा. रक्त के कमी हो जायेगी तो कैसे मरीज ठीक होंगे ।
उन्होंने कहा होना तो यह चाहिए कि हमारा जीवन किसी के काम आ सके इसके लिए हमें जब भी अवसर मिले आगे रहना चाहिए और अवसर दिया उसके लिए ईश्वर का धन्यवाद करना चाहिए. उन्होंने कहा आज मैंने रक्तदान इसलिए किया, क्योंकि ''भारत को जिताना है, कोरोना को हराना है.''
श्री सक्सेना इसके पहले भी कई बार रक्तदान कर चुके हैं और हमेशा ही समाजसेवा के कार्यों में आगे रहते हैं. कोरोना अकाल में वे अपने साथियों की टीम के साथ जरुरतमंदों को राशन किट भोजन कराने जैसे कार्य भी कर रही है ।